पौधों में इन लक्षणों को देखकर जानें किस तत्व की है कमी

 नमस्कार दोस्तों 

                        कई बार ऐसा होता हैं की हम जो पौधे लगाते हैं उनकी पत्तियों में कुछ खास लक्षण दिखाई देते हैं जैसे की पत्तियों का सूखना, पत्तियों में दाग,धब्बे पीला पड़ना आदि ये सब लक्षण देखकर हम यह नहीं समझ पाते हैं की पौधे में किस तत्व की कमी है, जानकारी के अभाव में पौधे सूख जाते हैं इसी को ध्यान में रखकर हम आज बहुत सरल तरीके से आपको जानकारी देंगे जिससे आप पौधे की पत्तियों में दिख रहे लक्षणों से ही समझ सकेंगे की पौधे में किस तत्व की कमी है और इस कमी को कैसे पूरा किया जा सकता है




नाइट्रोजन की कमी के लक्षण

  • पौधे हल्के पीले या हरे होकर छोटे रह जाते हैं
  • पुरानी पत्तियां पूरी तरह पीली हो जाती हैं।
  • अनाज वाली फसलों में कल्ले काफी कम आते हैं।
  • मोटे अनाज वाली फसलों में पत्तियों में पीलापन आगे वाले भाग से शुरू होकर मध्य शिराओं में फ़ैल जाता है।
  • वृक्षों में फल पकने से पहले ही गिरने लगते हैं।

फास्फोरस की कमी के लक्षण

  • पौधों की पत्तियां छोटी रह जाती हैं
  • पौधों का रंग गुलाबी होकर गहरा हरा होने लगता हैं।
  • पत्तियों का रंग गहरा हरा बैगनी हो जाता है।
  • पत्तियों का अग्र भाग मर जाता है।
  • पत्तियां नीचे की और मुड़ जाती हैं।

पोटाश की कमी के लक्षण

  • पोटाश की कमी से पुरानी पत्तियों का रंग भूरा/पीला हो जाता है
  • पत्तियों के बहरी किनारे फट जाते हैं।
  • पुरानी पत्तियों के किनारे झुलसे हुए दिखाई देते हैं।
  • पौधों में रोगों और कीटों का प्रकोप अधिक होता है।
  • फलों और बीजों की गुणवत्ता खराब होती है।
  • जड़ों का विकास कम होता है।
  • कंद वाली फसलों में कंद छोटे रह जाते हैं।

सल्फर की कमी के लक्षण

  • पत्तियां शिराएँ गहरे हरे रंग से पीले रंग में बदल जाती हैं फिर कुछ समय बाद सफ़ेद रंग की हो जाती हैं 
  • इसकी कमी से सबसे पहले नयी पत्तियां प्रभावित होती हैं।
  • सल्फर की कमी से पौधा पतला रह जाता हैं और तना कठोर हो जाता है।
  • पत्तियां समय से पहले गिर जाती हैं।



बोरान की कमी के लक्षण

  • वृद्धि वाले भाग के पास की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं
  • पत्तियां मोटी और कड़ी होकर नीचे की और मुड़ जाती हैं।
  • फसलों का उतपदन काफी कम हो जाता है।
  • बोरान की कमी के लक्षण नयी पत्तियों में दिखाई देते हैं।
  • अनाज और फल की गुणवत्ता में कमी आ जाती है।
  • पौधों की ऊपर की बढवार रुक जाती है।

जिंक की कमी के लक्षण

  • जिंक की कमी से पत्तियों का रंग कांसा जैसे हो जाता है
  • तने की लम्बाई घट जाती है।
  • फसल में बालियाँ देर से निकलतीं हैं।
  • फसल पकने में काफी समय लगता है।
  • धान की फसल में लाल भूरे रंग के धब्बे आ जाते हैं।
  • धान में खैरा नमक रोग जिंक की कमी से होता है।

मैगनीज की कमी के लक्षण

  • पत्तियों का रंग पीला धूसर या लाल धूसर हो जाता है और शिराएँ हरी हो जाती हैं 
  • पौधों की पत्तियों पर मृत ऊतक के धब्बे दिखायी देते हैं।
  • मैगनीज की कमी से पौधे बौने रह जाते हैं।
  • पौधों की बढवार कम हो जाती है।
  • बालियाँ देर से व मुड़ी हुयी निकलती हैं।

मालिविडनम की कमी के लक्षण

  • नयी पत्तियां सूखकर हल्के हरे रंग की हो जाती हैं
  • मध्य शिराओं को छोडकर पूरे पत्ते पर सूखे हुए धब्बे दिखाई देते हैं।
  • ज्यादातर इसके लक्षण नाइट्रोजन के सामान ही दिखाई देते हैं।
  • पत्तियों के किनारे लुढ़क जाते हैं।
  • अनाज वाली फसलों में कल्ले काफी कम आते हैं।
  • मोटे अनाज वाली फसलों में पत्तियों में पीलापन आगे वाले भाग से शुरू होकर मध्य शिराओं में फ़ैल जाता है।

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